![]() |
मेहनत करो सही दिशा में: सलमान खान की कहानी से सीख
"मेहनत करो सही दिशा में। उन्हीं पर वो मेहरबान होता है, और बनाता है उन्हीं को उनके हुनर का पहलवान।"
इस पंक्ति का गहरा अर्थ है कि अगर हम मेहनत करते हैं, लेकिन सही दिशा में, तो सफलता ज़रूर हमारे कदम चूमती है। सिर्फ मेहनत ही काफी नहीं होती, दिशा और धैर्य भी उतने ही ज़रूरी हैं। यही बात हम सलमान खान की ज़िंदगी में भी साफ़ देख सकते हैं।
सलमान खान, जिन्हें लोग प्यार से "भाईजान" कहते हैं, बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। लेकिन यह मुकाम उन्हें यूं ही नहीं मिला। उन्होंने भी संघर्ष के दिन देखे, असफल फिल्में झेली, आलोचनाएं सुनीं, लेकिन कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी मेहनत को कभी थमने नहीं दिया, और हर बार पहले से ज़्यादा मजबूत होकर लौटे।
सलमान खान ने अपने करियर की शुरुआत 1988 में "बीवी हो तो ऐसी" फिल्म से की, लेकिन उन्हें असली पहचान "मैंने प्यार किया" से मिली। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक हिट फिल्में दीं, लेकिन कई बार उनका करियर उतार-चढ़ाव से भी गुज़रा। फिर भी, उन्होंने मेहनत नहीं छोड़ी और सही दिशा में चलते रहे। आज वो सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक ब्रांड, एक प्रेरणा और लाखों युवाओं के आदर्श बन चुके हैं।
सलमान खान का मानना है कि अगर आप सच्चे दिल से मेहनत करते हैं और दूसरों की मदद करते हैं, तो सफलता अपने आप पीछे-पीछे आती है। यही कारण है कि उन्होंने "बीइंग ह्यूमन" जैसी संस्था बनाई, जो ज़रूरतमंदों की मदद करती है।
उनकी ज़िंदगी इस बात का सबूत है कि मेहनत करने वाले को उसकी मंज़िल ज़रूर मिलती है – बस मेहनत सही दिशा में होनी चाहिए।
इसलिए, अगर आप भी अपनी ज़िंदगी में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, तो सलमान खान की तरह मेहनत करें – सही दिशा में, पूरी ईमानदारी से। फिर देखिए, किस्मत कैसे आपके हुनर की कद्र करती है और आपको भी बना देती है "आपके हुनर का पहलवान"।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें