मंगलवार, 17 जून 2025
"मुंबई–ठाणे लोकल ट्रेन हादसा: स्वचालित दरवाज़ों के साथ सुरक्षा का नया अध्याय" भारतीय रेल, सुरक्षा सुधार, भीड़ प्रबंधन,
**मुंबई/ठाणे, 9 जून 2025:**
मुम्ब्रा–दिवा लाइन पर सोमवार सुबह लगभग 9:10 बजे दो लोकल ट्रेनों के अत्यधिक पास आने से यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई। फुटबोर्ड पर लटके कई यात्री आपस में टकराकर नीचे गिर गए। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई, जबकि 9 यात्री घायल हुए—उनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है :contentReference[oaicite:2]{index=2}।
यातायात की भीड़ और तेज गतिशीलता इस हादसे का मुख्य कारण रही। सीपीआरओ स्वप्निल निला ने बताया कि दोनों ट्रेनों के बीच दूरी मात्र 1.5–2 मीटर की थी और एक तेज़ मोड़ पर झटके से यात्रियों का संतुलन बिगड़ा :contentReference[oaicite:3]{index=3}।
**राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया:**
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच की घोषणा की और मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख मुआवजा देने की घोषणा की :contentReference[oaicite:4]{index=4}। विपक्षी दलों ने रेलवे मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की — एक तरफ़ मुआवजे की राशि ₹५–२५ लाख तक बढ़ाने की माँग उठी :contentReference[oaicite:5]{index=5}।
**रेलवे बोर्ड ने उठाया ऐतिहासिक कदम:**
- सभी नए निर्मित लोकल रैक्स में **स्वचालित दरवाज़े** अनिवार्य :contentReference[oaicite:6]{index=6}।
- चालू कोचों को **डोर-क्लोजर सिस्टम** से लैस करने का निर्णय लिया गया :contentReference[oaicite:7]{index=7}।
- नए नॉन-AC कोचों में **वेंटिलेशन सिस्टम**, **वेस्टिब्यूल** और **स्वयंचालित दरवाज़ों** के साथ जनवरी 2026 तक परिचालन शुरू करने की योजना है; पहले प्रोटोटाइप नवंबर तक तैयार होगा :contentReference[oaicite:8]{index=8}।
**आगे की चुनौतियाँ:**
हालांकि ऑटोमेटिक दरवाज़े सुरक्षा बढ़ाएंगे, लेकिन भीड़ नियंत्रण, ट्रेन की आवृत्ति, प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन और जागरूकता अभियान भी जरूरी हैं ताकि फुटबोर्ड पर चढ़ने की प्रवृत्ति खत्म हो सके :contentReference[oaicite:9]{index=9}।
**निष्कर्ष:**
यह हादसा मुंबई लोकल की मौजूदा संरचनात्मक और भीड़-भाड़ की समस्याओं को उजागर करता है। स्वचालित दरवाज़ों वाला निर्णय एक सकारात्मक और आवश्यक पहल है, लेकिन यह तभी कारगर होगा जब इसे व्यापक सुरक्षा उपायों—जैसे कैमरा-निगरानी, रैक्स की आवृत्ति बढ़ाना और बेहतर प्लेटफ़ॉर्म व्यवस्था—के साथ लागू किया जाए।
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