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💑 समाजसेवा और शादी का अनोखा संगम — दीक्षा यादव की मिसाल
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक शादी ने समाज के लिए नई मिसाल कायम कर दी। इस शादी की दुल्हन दीक्षा यादव, जो कि स्वयं एक स्वयंसेवी संस्था चलाती हैं, ने शादी के दिन कुछ ऐसा किया जिसने सभी को भावुक कर दिया।
🎁 11 अनाथ बच्चों को लिया गोद — सिर्फ रस्में नहीं, जिम्मेदारी भी
दीक्षा यादव और उनके पति ने शादी के शुभ अवसर पर 11 अनाथ और गरीब बच्चों को गोद लिया। उन्होंने सिर्फ नाम की गोद नहीं ली, बल्कि यह वादा किया कि वे इन बच्चों की पूरी पढ़ाई और परवरिश का खर्च खुद उठाएंगी।
"शादी केवल दो लोगों का मिलन नहीं, यह समाज को कुछ लौटाने का भी अवसर है।" — दीक्षा यादव
📸 मंच पर बच्चों के साथ तस्वीर — एक नई परंपरा की शुरुआत
शादी की रस्मों के बीच दीक्षा और उनके पति ने इन बच्चों को मंच पर बुलाकर तस्वीरें खिंचवाईं, जो इस नेक कार्य का प्रतीक बन गईं। यह पल सिर्फ एक फोटो नहीं था, बल्कि समाज को जागरूक करने वाला संदेश था।
💬 समाज में सराहना और सकारात्मक संदेश
इस जोड़े की पहल को पूरे क्षेत्र में सराहा गया। लोग इसे समाजसेवा और इंसानियत की मिसाल बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी तस्वीरें और इस कार्य की खबरें वायरल हो चुकी हैं।
🌱 हम क्या सीख सकते हैं?
अपने जीवन के खास मौकों को समाजसेवा से जोड़ना कोई कठिन काम नहीं।
अगर हर व्यक्ति एक छोटे-से प्रयास में भी वंचितों का सहारा बने, तो समाज में बड़ा बदलाव संभव है।
📢 अंतिम विचार
दीक्षा यादव की यह शादी सिर्फ एक सामाजिक रस्म नहीं थी, बल्कि एक प्रेरणा की कहानी है, जो दिखाती है कि "बदलाव की शुरुआत हमसे ही होती है।"

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